जी हां, मैं फ़िर आ गया हूं, अनुपस्थिती के लिये तहेदिल से माफ़ी मांगते हुए..
फ़िर लिखूंगा, मगर अभी बस यही... मौन....दो मिनट का मौन....
एक श्रद्धांजली..
जब बात दिल से लगा ली तब ही बन पाए गुरु
14 hours ago
फूलों के रंग से, दिल की कलम से - छोटी छोटी बातों की जुगाली
10 comments:
स्वागत है आपका . लिखते रहिए .
स्वागत है मित्र. अब नियमित लिखें.
आपके लिखे का इन्तजार रहेगा
धन्यवाद दिलीप, शहीदों को हमारा भी नमन!
बंदेमातरम दिलीपजी.
आप जिस तरह से मुम्बई हादसे पर अपनी बेबाक पोस्ट्स से हमें प्रेरित कर रहे हैं ये एक अनूठा कारनामा है.दिवंगत तो ठीक लेकिन आप जैसे सच्चे राष्ट्रभक्त हैं आप और सच्चे भारतीय भी. आपकी पोस्ट्स को जब भी देखता हूँ तो लगता है कि ऐसे पचास दीलीप आ जाए तो देश की तस्वीर बदल कर रख दे.उम्मीद है आप आचरण में भी सच्चे भारतीय होगे...आपके पोस्ट्स से तो ऐसा ही वाइब्रेशन मिलता है. मैं आपको सन २००८ का सबसे रचनात्मक ब्लागर घोशित करता हूँ.
बहुत अच्छा लगा, जल्द आईये
सेलूट तो आपको मारने को जी चाहता हे दीलीपजी.गाना सुनाईये कभी सर कटा सकते हे लेकिन सर झुका सकते नही.कारगील में भी आप जेसे देशप्रेमी संगीतकार की झरूरत थी.कीसी ने सगीतमय तरीके से नहीं याद कीया था सहीदो को.जैसे अभी ताज के टाइम्स मे कीय.फ़ीर सलाम आप्को.
some time the visual is powerful than the words; great post you have done sir .compliments.is it your own creation ?
sumersingh;lucknow
expecting a very musical post from you on rafi sb's bday.you can only justify the occasion.
how can you write a so cool blog,i am watting your new post in the future!
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